Wednesday, May 15, 2019

शाह फैसल: आईएएस वह भी कश्मीरी।


आइये आपको मिलाते है शाह फैसल से।।
शाह फैसल जो किसी ताअरूफ के मोहताज नहीं है आज मुल्क़ की जाना पहचाना नाम शाह फैसल एक साबिक सिविल IAS अफसर और आज जम्मू कश्मीर की सियासत में एक नया आफताब।।

शाह फैसल को शाह फैसल बनाया किसने??
शाह फैसल कश्मीर में पैदा हुए उनके वालिद एक टीचर थे जिनका गोली मारकर कत्ल कर दिया गया,शाह फैसल ने तालीम को अपना हथियार बनाया और आगे बढ़ते चले गये,उन्हे कश्मीर के अंदर इंकलाब बरपा करना था तबदीली लानी थी जिसके लिये उन्होने "सिविल सर्विस" को चुना।।
लोगों ने उनसे कहा कि कभी किसी कश्मीरी को सिविल सर्विसेज में जगह नहीं मिलती है खामोखां वक्त रायगा कर रहे हो पर शाह फैसल के हौसले बुलंद थे उन्होने ठान लिया था कि मुझे एक नयी सोच लाना है आवाम का ज़हन बदलना है और हुआ भी शाह फैसल ने 2009 में सिविल सर्विस एक्ज़ाम में आल इंडिया में टॉप किया और पहले कश्मीरी बने जिसे  सिविस सर्विस एक्ज़ाम में अव्वल आने का एजाज़ मिला।।

ये सब हुआ शाह फैसल की मेहनत,उनके हौसले,नेक इरादे और तालीम की वजह से।।

आज के वक्त में तालीम, कलम, किताब सबसे बड़े हथियार हैं जिनके बल पर हर जंग जीती जा सकती है। हर मरहला पार किया जा सकता है। आज ज़रूरत है हम सबको एक ऐसा माहोल पैदा करने की हर घर का, पड़ोस का, आस पास का कोई भी बच्चा तालीम से स्कूल जाने से महरूम ना रहे।
बाबा साहब अबेंडकर ने भी शिक्षा पर सबसे ज़्यादा ध्यान देने की बात कही थी।।
"उनका नारा था शिक्षित रहो"

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