Tuesday, February 26, 2019

बेहाल पाकिस्तान को देश में मत मिलाना, सपोलों का पेट भी भरना पड़ेगा।

एक बम घर में छुपे गद्दारों पर भी गिरा दो।

बेहाल पाकिस्तान को देश में मत मिलाना, सपोलों का पेट भी भरना पड़ेगा।

                      हमारे सुझाव पर सेना के लिए खोले गए बैंक अकाउंट को दुनिया मे बसे भारतीय दिल खोल कर सहयोग कर रहे है

                       मध्यप्रदेश की पावन धरती से वायुसेना के बम वर्षक मिराज ने उड़ान भरी और पकिस्तान के नापाक करतूतों के अड्डों को उड़ा दिया। अगर हमने हमारे देश का नमक खा कर गद्दारी करने वालों के ऊपर बम गिरा दिया तो पाकिस्तान पर बम गिराने की जरूरत ही नही पड़ेगी । पाकिस्तान खुद पाई-पाई के लिए मोहताज हो रहा है। उसका हुक्का-पानी बंद कर दिया अर्थात पाकिस्तान से हर तरह का व्यापार, लेना और देना बंद कर दिया तो पाकिस्तानियों की अक्ल भी ठिकाने पर आ जाएगी, यह बहुत जरुरी है कि पाकिस्तान के नागरिकों की अक्ल ठिकाने पर आए और औकात पता चले। फिर वो खुद भारतीय सेना को पाकिस्तान में बुला कर आतंकियों को मारने का निवेदन करने लगेगे। यही चीन के साथ भी करना चाहिए, चाईना आईटम पर भी रोक लगा देना चाहिए, फिर देखो भारत के आगे दोनो कैसे घुटने टेकते है । दोनो देश हमसे कमाई करके हम पर ही गुर्राते है । पाकिस्तानी और चीनी सामग्री के बहिष्कार की हमने मुहिम चलाई थी, जिसको पूरे देश में समर्थन मिला और मिल रहा है । हमारा कहना है सरकार की कोई मजबूरी हो सकती है, हम भारतियों की नही, सरकार पूरी तरह रोक नही लगा सकती है, पर हम भारतीय अपना स्वार्थ छोड़ दे तो ये कर सकते है । पाकिस्तान को जीत कर भारत में मिला लेना भारतीय सेना के लिए बड़ी बात नही है, सवाल यह उठता है कि उन गद्दारों को मिला कर उनको भी पालना पड़ेगा, सपोलों का पेट भी भरना पड़ेगा, मैं तो कहता हु जो भारत में रह कर पाकिस्तान के नापाक कामों का और आतंकियों का समर्थन करे, सेना पर पत्थर बरसाए उन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिए । पाकिस्तानियों की भूखों मरने की नौबत आ गई है, आर्थिक तंगी के कारण वहा अराजकता आने के साथ आपस में मार-काट मचने वाली है। अगर हमने पाकिस्तान को जीत लिया तो सपोलों का पेट भी भरना पड़ेगा, जो हमारे लिए ही खराब होगा, वो तो कटोरा लेकर उधार बैठे है । एक बम देश में छुपे गद्दारों पर भी गिरा तो तो बड़ी समस्या खत्म हो जाएगी। क्योंकि यही देश के दुश्मन आतंकियों को पनाह देते है और बचाव करते है, सेना पर पत्थरबाजी करते है और जब मुसीबत आती है तो सेना से ही मदद लेते है। उन सभी को आतंकवादियों की तरह पकड़ना और उड़ाना शुरू कर दो जो आतंकियों की जानकारी छुपाते है और साथ देते है, क्योंकि परिवार के अन्य सदस्यों को पता होता है उनके परिवार का कोई सदस्य आतंकवादी बन चुका है, सैनिक देश की और नागरिकों की रक्षा के लिए अपनी जान की आहुति देते है , पुलवामा जैसी घटनाओं में शामिल आतंकियों के परिवार के सभी सदस्यों को आरोपी बनाना चाहिए, पुलिस तो अधिकतर मामलों में यही करती है..... भारतीयों आप क्या कहते हैं? राजेन्द्र के.गुप्ता के सुझाव पर सेना के लिए  खोले गए बैंक खाते " आर्मी वेलफेयर फन्ड बेटल केजुअल्टिज " को दुनिया मे बसे भारतीयों से भारी समर्थन मिल रहा है, जनता इसमे खूब सहयोग कर रही है। हमारे सुझाव के कारण शहीद सैनिकों के परिवार को भी भारतीय सीधे आर्थिक सहयोग कर रहे हैं।

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