Friday, January 4, 2019

एटा महोत्सव में अव्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद डीएम साहब

एटा महोत्सव में अव्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद डीएम साहब
धन्य है एटा की प्रशासनिक कार्यप्रणाली और धन्यवाद के पात्र हैं एटा के जिलाधिकारी? बदइंतजामी और अव्यवस्थाओं के साथ एटा महोत्सव में आयोजित हुए अमीर खुसरो, गोस्वामी तुलसीदास और बलवीर सिंह रंग के कार्यक्रम में अघोषित अव्यवस्था के लिए सर्वप्रथम एटा के जिलाधिकारी को धन्यवाद क्योंकि प्रशासनिक व्यवस्था ने एटा की धरती पर जन्मे महापुरुषों को अपमानित करने में कोई कसर बाकी नही छोड़ी। इसलिए बार बार एटा डीएम को धन्यवाद बोलने का मन कर रहा है। मैं एटा डीएम से अपील करता हूँ कि वह एटा महोत्सव में इसी तरह प्रशासनिक अव्यवस्थाओं का सिलसिला बदस्तूर जारी रखें ताकि एटा की जनता को पता चल सके कि वह एटा के वासी हैं और अव्यवस्थाएं उनका मुकद्दर है।
कल यानी 3 जनवरी 2019 को एटा महोत्सव में हजरत अमीर खुसरो, गोस्वामी तुलसीदास और बलवीर सिंह रंग को याद करने के लिए एटा कासगंज जिले के प्रमुख नागरिक एकत्रित हुए ताकि इन तीनों शख्सियत के योगदान पर चर्चा की जा सके कि अमीर खुसरो, गोस्वामी तुलसीदास और बलवीर सिंह रंग ने किस तरह अपनी कलम से पूरी दुनिया में एटा की पहचान कराई। ये तीनों शख्सियत एटा की धरोहर हैं इनका योगदान एटा के इतिहास के लिए गौरवशाली है। एटा के इन महापुरुषों को जितना सम्मान दिया जाए उतना कम है लेकिन एटा जिला प्रशासन ने इन तीनों शख्सियत को अपमानित करने में कोई कसर बाकी नही छोड़ी। इन तीनों महापुरुषों के सम्मान में आयोजित हुए कार्यक्रम में किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने शिरकत करने की जहमत नही उठाई लिहाजा अव्यवस्थाओं ने कार्यक्रम पर अपना अवैध कब्जा कर लिया। अघोषित विधुत व्यवस्था के बीच आयोजित हुए कार्यक्रम ने सारा मजा किरकिरा कर दिया। किस्तों में आयोजित हुए कार्यक्रम के लिए एटा का जिला प्रशासन बधाई का पात्र है क्योंकि एटा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कार्यक्रम के आयोजन के दौरान एक दो बार नही बल्कि 10 से 12 बार विधुत सप्लाई को बाधित हुई हो। एटा महोत्सव के व्यवस्थापकों ने जनरेटर से विधुत सप्लाई देने से इंकार कर दिया लिहाजा जब बिजली आती तो कार्यक्रम शुरू हो जाता बिजली चली जाती तो कार्यक्रम बंद हो जाता था। संयोजक ने जनरेटर से विधुत सप्लाई की मांग की तो जनरेटर से विधुत सप्लाई देने के एवज में सात हजार रुपये मांगे गए। जब प्रशासन व्यवस्थित कार्यक्रमों का आयोजन नही करा सकता तो क्या जरूरत है एटा महोत्सव के आयोजन की।
अंत में एटा डीएम से अपील कर रहा हूँ कि वह सभी कार्यक्रमों में इसी तरह अव्यवस्थाओं को महत्व देने की कृपा करें खासकर रंगारंग डांस कार्यक्रम में सिर्फ एक बार विधुत सप्लाई बंद करवा दें फिर जिला प्रशासन को अव्यवस्थाओं की सारी कहानी समझ में आ जाएगी और टेंट तंबू शायद ही सुरक्षित मिले। आशा करता हूँ कि हमारे डीएम साहब डांस प्रोग्राम में एक बार विधुत सप्लाई बंद करवाने की कृपा जरूर करेंगे। अव्यस्थाओं के साथ अमीर खुसरो, गोस्वामी तुलसीदास और बलवीर सिंह रंग का कार्यक्रम का आयोजन कराने के लिए एटा जिला प्रशासन को दिल से धन्यवाद।
अमन पठान, क्रांतिकारी पत्रकार, एटा

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